बिजनौर: सरकारी स्कूल की दीवार पर उर्दू में नाम लिखने पर बवाल, मुस्लिम शिक्षकों की तस्वीरें वायरल
बिजनौर के नजीबाबाद क्षेत्र के गांव साहनपुर द्वितीय में एक प्राथमिक विद्यालय का मामला इन दिनों चर्चा में है। यहां स्कूल की प्रधानाध्यापिका और बाकी स्टाफ ने मिलकर स्कूल के भवन पर उर्दू में स्कूल का नाम लिखवाया।

बिजनौर । नजीबाबाद क्षेत्र के गांव साहनपुर द्वितीय में एक प्राथमिक विद्यालय का मामला इन दिनों चर्चा में है। यहां स्कूल की प्रधानाध्यापिका और बाकी स्टाफ ने मिलकर स्कूल के भवन पर उर्दू में स्कूल का नाम लिखवाया। इसके बाद सभी शिक्षक उस नाम के सामने खड़े होकर फोटो खिंचवाते नजर आए। यह तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
इस स्कूल में फिलहाल चार शिक्षक तैनात हैं, प्रधानाध्यापिका रफत खान, और सहायक शिक्षक अब्दुल रशीद, गुलफिसा जहां और हलीमा बानो। स्कूल के सभी शिक्षक मुस्लिम हैं। वायरल हो रही तस्वीर में यह शिक्षक स्कूल भवन के सामने खड़े नजर आ रहे हैं, जहां स्कूल का नाम उर्दू में लिखा है। लोगों का कहना है कि स्कूल का नाम हिंदी में लिखा जाना चाहिए, क्योंकि यह एक सरकारी स्कूल है। उर्दू में नाम लिखे जाने से कई लोग नाराज हैं और सवाल उठा रहे हैं।
इसी स्कूल में पहले सहायक शिक्षक रहे मुदस्सिर नज़र भी इस फोटो में नजर आ रहे हैं। कुछ समय पहले उन्होंने व्हाट्सएप ग्रुप में एक भ्रामक पोस्ट डाली थी, जिसमें पहलगाम हमले में मारे गए 15 मुस्लिमों का जिक्र था। जब शिक्षक कपिल जैन ने इसका विरोध किया, तो मुदस्सिर ने उन्हें फोन पर धमकाया। इस घटना के बाद मुदस्सिर को निलंबित कर दिया गया और मामले की जांच की जा रही है। गांव साहनपुर नगर पंचायत की आबादी करीब 21 हजार है, जिसमें लगभग 15 प्रतिशत लोग हिंदू हैं। अब तक इस स्कूल में इस तरह से उर्दू में नाम नहीं लिखा गया था। इस पूरे मामले पर बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) योगेंद्र कुमार ने कहा है कि जांच कराई जाएगी और जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
ब्यूरो रिपोर्ट बिजनौर