फर्जी तरीके से चतुर्थी कर्मचारी ने अनुकम्पा के आधार पर नियुक्ति प्राप्त की, सेवा समाप्ति का नोटिस
ब्यूरो रिपोर्ट बिजनौर

बिजनौर। उच्च प्राथमिक विद्यालय मंडावर में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शुजाउर्रहमान को सेवा समाप्ति का नोटिस जारी किया गया है। उस पर तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत करने तथा अनुचित लाभ लेने का आरोप है। शफीउर्रहमान बेसिक शिक्षा विभाग में प्रधानाध्यापक थे। उनका एक फरवरी 2023 को निधन हो गया था। उनके निधन पर उनकी दूसरी पत्नी गुलनार ने पारिवारिक पेंशन के लिए आवेदन किया। उन्होंने शफीकुर्रहमान का पहली पत्नी निगहत अनीस से तलाकनामा व खुद से निकाहनामा प्रस्तुत किया। परिवार विवरण में शुजाउर्रहमान, शहीमुउर्रमान, महक आफरीन, शहनशाह रहमान, इरफान हुसैन को अपनी संतान बताया। शफीउर्रहमान से गुलनार की शादी वर्ष 1997 में हुई थी और निकाह को 27 वर्ष और कुछ माह हुए थे जबकि संतानों की आयु 32 से 38 वर्ष दिखाई गई थी। इसकी जांच की गई तो पता चला कि शफीउर्रहमान की पहली पत्नी निगहत अनीस कन्या पूर्व विद्यालय मंडावर में प्रधानाध्यापिका थीं।
उनकी मृत्यु चार अक्टूबर 2015 को हुई। उनके निधन पर बेटे शुजाउर्रहमान ने अनुकंपा पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पद पर नियुक्ति ले ली। उसे तीन दिसंबर 2015 को विभाग से ज्वाइनिंग लेटर मिल गया।
वहा वर्तमान में उच्चतर प्राथमिक विद्यालय मंडावर में सेवारत है। नियम के अनुसार माता-पिता दोनों सरकारी सेवा में हों तो अनुकंपा में किसी की सरकारी नौकरी नहीं लगती है। विभाग ने शुजाउर्रहमान को सेवा समाप्ति का नोटिस जारी किया है। साथ ही उससे स्पष्टीकरण भी तलब किया गया है।