हरियाणा।
जाली प्रमाण पत्र के जरिए भारतीय डाक विभाग में बीओ के पद पर नौकरी हासिल करने के आरोप के पुलिस ने हरियाणा के एक युवक के खिलाफ केस दर्ज किया है। भारतीय डाक विभाग उपमंडल अम्ब के निरीक्षक सारंग पाणी निवासी होशियारपुर ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया है कि 25 अप्रैल, 2022 को आरोपी साहिल पुत्र सुनील कुमार निवासी सीसर खास तहसील महम जिला रोहतक हरियाणा की प्रमाण पत्रों के आधार पर 98.5 प्रतिशत अंक प्राप्त होने के बाद यूआर श्रेणी के तहत (एबीपीएम) उपमंडल अम्ब के डाकघर दियोली में बीओ के पद पर नियुक्ति हुई थी।
इसके बाद साहिल ने अम्ब स्थित डाकघर कार्यालय में अपने दस्तावेज जमा करवा दिए। ऑनलाइन आवेदन पत्र में भरे गए विवरण के अनुसार उनकी अंतिम नियुक्ति के 1 सितम्बर, 2022 को आदेश जारी हो गए। उसके बाद विभाग ने अभ्यर्थी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज को जांच-पड़ताल के लिए संबंधित उपायुक्त के कार्यालय को भेजने के साथ-साथ मैट्रिक प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए संबंधित बोर्ड को भेज दिया। उधर, साहिल ने 12 जून, 2023 को अपनी घरेलू समस्या बताते हुए पद से इस्तीफा देने के लिए विभाग के पास आवेदन कर दिया, जिसे सक्षम अधिकारी द्वारा 1 जुलाई, 2023 को स्वीकार कर लिया गया।
हैरानी की बात है कि सहायक सचिव व उपसचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद (उत्तर प्रदेश) को भेजी गई मैट्रिक सत्यापन काॅपी की रिपोर्ट को बोर्ड ने रिकॉर्ड के अनुसार उचित कहकर विभाग को भेज दिया, जबकि शिमला में सीओ की रिपोर्ट के अनुसार मैट्रिक प्रमाण पत्र नंबर 9710367 फर्जी पाया गया। विभाग ने शिमला स्थित सीओ की रिपोर्ट को सही ठहराते हुए उपरोक्त तथ्य व कानून के तहत दंडनीय पाए जाने के बाद भारत सरकार के डाक विभाग ने गलत तरीके से वेतन लाभ आदि अर्जित कर योग्य उम्मीदवारों के साथ कुठाराघात करने पर आरोपी के खिलाफ कड़ा संज्ञान लेते हुए उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। एसएचओ गौरव भारद्वाज ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।