बिजनौर में SDM को मिली जान से मारने की धमकी, तंजील हत्याकांड का हवाला देकर मांगे 15 लाख रुपये
ब्यूरो रिपोर्ट बिजनौर

बिजनौर में SDM को मिली जान से मारने की धमकी, तंजील हत्याकांड का हवाला देकर मांगे 15 लाख रुपये
◾ सरकारी मोबाइल नंबर पर आया धमकी भरा मैसेज
◾ रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की चेतावनी
◾ पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, साइबर सेल जांच में जुटी
बिजनौर (धामपुर), 28 जुलाई 2025:
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में प्रशासनिक व्यवस्था को उस समय गहरा झटका लगा जब धामपुर की उपजिलाधिकारी (SDM) रीतू रानी को अज्ञात नंबर से जान से मारने की धमकी दी गई। धमकी में न सिर्फ ₹15 लाख की रंगदारी मांगी गई, बल्कि देशभर में चर्चित तंजील अहमद हत्याकांड का हवाला देकर डराने की कोशिश की गई।
🔹 धमकी का तरीका और समय
धमकी देने वाला व्यक्ति 24 जुलाई 2025 को दोपहर करीब 2:30 बजे SDM रीतू रानी के CUG नंबर पर व्हाट्सएप मैसेज के माध्यम से संपर्क करता है। शुरुआती बातचीत सामान्य लगती है, लेकिन थोड़ी ही देर में आरोपी सीधे मुद्दे पर आकर ₹15 लाख की मांग करता है और बारकोड स्कैन कर ट्रांसफर करने का दबाव डालता है।
इसके बाद भेजे गए मैसेज में धमकी दी जाती है कि —
> “अगर पैसे नहीं दिए गए तो तंजील अहमद की तरह अंजाम भुगतना पड़ेगा।”
🔹 क्या है तंजील हत्याकांड?
यह धमकी और भी गंभीर मानी जा रही है क्योंकि इसमें 2016 में एनआईए (NIA) अधिकारी तंजील अहमद की हत्या का उल्लेख किया गया है, जिन्हें बिजनौर में गोली मार दी गई थी। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था।
🔍 पुलिस जांच में जुटी, सुरक्षा बढ़ाई गई
धमकी मिलते ही SDM रीतू रानी ने थाना धामपुर में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर सेल को जांच सौंप दी है। टेक्निकल सर्विलांस, लोकेशन ट्रेसिंग और मोबाइल नंबर की जांच की जा रही है।
वहीं, प्रशासन ने एसडीएम की सुरक्षा बढ़ा दी है, और उनके निवास व दफ्तर के आसपास पुलिस तैनात कर दी गई है।
🗣️ अधिकारियों की प्रतिक्रिया
बिजनौर प्रशासन और पुलिस के अफसरों ने इस मामले को “गंभीर और प्राथमिकता वाला” बताते हुए कहा है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और किसी भी सूरत में प्रशासनिक अधिकारियों की सुरक्षा से समझौता नहीं होगा।
📌 निष्कर्ष
बिजनौर में एक वरिष्ठ महिला अधिकारी को जान से मारने की धमकी और रंगदारी की मांग शासन-प्रशासन के लिए एक गंभीर चुनौती बनकर उभरी है। यह घटना दिखाती है कि अब अपराधी कानून के रक्षकों को भी निशाना बनाने से नहीं चूक रहे।