बिजनौर ।
उत्तर प्रदेश की सहकारी कताई मिल लगभग 25 वर्षों से बंद थी तथा तथा सभी मजदूरों का BRS के तहत भुगतान भी कर दिया गया था उसके बाद भी कई लोग बिजनौर की नगीना सहकारी कताई मिल परिसर के अंदर अपना कब्जा जमाए हुए थे जैसे दुकान और मकान पर बिना किसी अनुमति के रह रहे थे तथा अपना पूर्ण रूप से कब्जा जमाए हुए थे यहां तक बिजली कनेक्शन अपने रूप से कहीं भी कोई भी निर्माण का कार्य भी अपनी मर्जी से कर रहे थे जोकि इस बात की अनुमति मिल प्रशासन द्वारा नहीं दी गई थी तथा इस बात की जानकारी शान यह प्रशासन को नहीं था कि यह लोग अपना कब्जा भी कर सकते हैं और न्यायालय का सहारा भी ले सकते हैं बिजली कनेक्शन तथा कोई भी निर्माण के आदेश मिल प्रशासन द्वारा नहीं दिए गए हैं उसके बावजूद कुछ लोगों ने अवैध रूप से मकान तथा दुकानों पर कब्जा जमा कर रखा है जिस बात की जानकारी सहकारी कताई मिल संघ लिमिटेड के प्रबंधक निर्देशक को हुई की मिल परिसर के अंदर कुछ लोग अभी अपना कब्जा जमाए हुए हैं जिस तरह से नगीना जनपद बिजनौर के मिल में लोगों ने कब्जा जमाया है इस तरह से सहकारी कताई मिल संघ लिमिटेड की कई कताई मिलों में भी लोगों ने अवैध रूप से अपना पूर्ण भुगतान लेने के बावजूद कब्जा अभी भी जमा रखा है जैसे बरेली बुलंदशहर वह नगीना तथा अन्य कहीं मिले भी इसमें शामिल है इस बात की जानकारी सहकारी कताई मिल संघ लिमिटेड के प्रबंधक निर्देशक को हुई ।
उसके बाद सही प्रबंधन निदेशक महोदय द्वारा जनपद बिजनौर बुलंदशहर तथा बरेली के जिला अधिकारियों को निर्देशित करते हुए पत्र भेजा गया है की सभी सहकारी कताई मिल संघ लिमिटेड की भूमि से कब्जा मुक्त कराया जाए तथा जो भी व्यक्ति कब्जा मुक्त नहीं करता है उसके खिलाफ सख्त-शत कार्रवाई की जाए इसी में आपको बता दें बिजनौर में तहसील नगीना में भी कताई मिल है जिसमें आज भी कुछ लोग रह रहे हैं इसी तरह से एक पत्र जिला अधिकारी बिजनौर को भी भेजा गया है की मिल परिसर से रहने वालों से दुकान व मकान का कब्जा मुक्त कराया जाए जिस बात से यह साफ नजर आ रहा है कि यूपी सरकार मिल की भूमि को खाली कराकर जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकती है और रोजगार के लिए लोगों को नए अवसर दे सकती है।