नजीबाबाद। स्थानांतरण होने के छह माह बाद तक प्रशासनिक खाते से लाखों रुपये की धनराशि एडीओ पंचायत उड़ाता रहा। वर्तमान एडीओ पंचायत की कुंभकरणी नींद तब खुली जब लाखों की धनराशि खाते से गायब हो गई। मामला संज्ञान में आते ही मुख्य विकास अधिकारी ने जांच बैठाई है।
प्रशासनिक खाते से धनराशि उड़ने का आरोपी अधिकारी वर्तमान में हरदोई में तैनात है। नजीबाबाद ब्लॉक में 17 अक्तूबर से 31 जनवरी 2024 तक विवेक शर्मा एडीओ पंचायत पद पर कार्यरत रहा। ब्लॉक के प्रशासनिक खाते का संचालन एडीओ पंचायत के हस्ताक्षर से किया जाता है। इस खाते की धनराशि केवल प्रशासनिक कार्यों के लिए बीडीओ के संज्ञान में लाकर आहरित की जाती है। एडीओ पंचायत विवेक शर्मा ने अपने कार्यकाल के दौरान 1.75 लाख रुपये की धनराशि अलग-अलग तिथियों में निकाली। नजीबाबाद ब्लॉक से स्थानांतरण होने बावजूद 10 जून 24 तक प्रशासनिक खाते से एडीओ द्वारा नकदी निकाली गई।
स्थानांतरण के बाद निकाले 2.65 लाख रुपये
एडीओ पंचायत विवेक शर्मा ने मात्र तीन माह के कार्यकाल में चार बार में 1.75 लाख रुपये निकाले। स्थानांतरण के बाद छह माह में 2.65 लाख रुपये आहरित किए। 11 बार में निकाली गई 4.40 लाख रुपये की धनराशि में न्यूनतम 20 हजार रुपये और अधिकतम 60 हजार रुपये की धनराशि शामिल है। ब्लॉक का प्रशासनिक खाता पीएनबी कोटद्वार ब्रांच में खुला है।
ब्लॉक हल्दौर के सफाई कर्मचारियों के नाम पर निकाली गई धनराशि
वित्तीय अनियमिताओं में लिप्त एडीओ ने एक बार भी प्रशासनिक व्यय के लिए धनराशि नहीं निकाली। हल्दौर ब्लाॅक के सफाई कर्मचारियों के नाम से ऑर्डर तैयार कर प्रशासनिक मद की धनराशि का गबन किए जाने का मामला है। जिसकी जांच की जा रही है।
वर्तमान एडीओ पंचायत की उदासीनता हुई उजागर
ब्लॉक में 15 मार्च 24 से एडीओ पंचायत पद पर पंकज शर्मा कार्यरत हैं। प्रशासनिक मद का खाता यदा कदा आवश्यकता पड़ने पर संचालित होता है। वर्तमान एडीओ द्वारा एकल खाते के हस्ताक्षर बदलने में बरती गई उदासीनता से सरकारी खाते को लाखों का चूना लग गया।
प्रशासनिक खाते से धनराशि निकालने का मामला गंभीर है। संज्ञान में आते ही उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।जांच टीम गठित की गई है। – ज्योति चौधरी, बीडीओ नजीबाबाद