उत्तर प्रदेश

अनुकम्पा नियुक्ति घोटालाः जिला अधिकारी ने बताया…फर्जी शपथपत्र जमा करने वाले बर्खास्त शिक्षकों पर दर्ज होगा FIR..वसूल करेंगे वेतन….

 बिलासपुर—कोविड काल के दौरान फर्जी शपथ पत्र जमा कर नौकरी हथियाने वाले बर्खास्त अनुकम्पा नियुक्ति शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगा। मामले में जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने बताया कि मामला पुराना है। जल्द ही शासन के आदेश पर जांच के बाद बर्खास्त किए गए शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज किया जाएगा। करीब 6 महीने का वेतन भी वसूला जाएगा।

 जानकारी देते चलें कि कोरोना काल में तत्कालीन सरकार ने अन्य विभाग समेत शिक्षा विभाग में कर्मचारियों की आकस्मिक मौत पर परिजनों के लिए अनुकम्पा नियुक्ति का दरवाजा खोला। विभाग ने करीब तीन दर्जन से अधिक लोगों को अभियान चलाकर अनुकम्पा नियुक्त का आदेश जारी किया। इसके पहले पीड़ित परिवार ने नौकरी के लिए जरूरी दस्तावेज के साथ शपत पत्र पेश किया। छानबीन के बाद शिक्षा विभाग ने अनुकम्पा नियुक्त का आदेश जारी किया।

 इसी दौरान जानकारी मिली कि करीब 13 लोगों ने फर्जीवाड़ा कर शासन के निर्देशों के खिलाफ जाकर अनुकम्पा नियुक्त हासिल किया है। शिकायत के बाद जांच पड़ताल में पता चला कि कुल 11 लोगों ने झूठा शपथ पत्र पेश कर नौकरी हासिल किया है। शासन के निर्देश पर विभाग ने सभी 11 लोगों को पद से बर्खास्त कर दिया।

 

मामला अब एक बार सामने आ रहा है कि विभाग के कुछ लोगों ने मोटी रकम लेकर शासन के निर्देशों को दरकिनार कर बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कराया। एक दिन पहले जिला शिक्षा विभाग अधिकारी टीआर साहू ने बताया कि मामला उनके कार्यकाल का नहीं है। लेकिन 11 शिक्षकौ को अनुकम्पा नौकरी के काबिल नहीं पाए जाने की सूरत में जांच पड़ताल के बाद बर्खास्त किया गया है।

 यद्यपि शासन ने फर्जी शपथ पत्र पेश करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। नियमानुसार तत्कालीन समय ही बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाना चाहिए था। 6 महीने नौकरी के दौरान दिए गए वेतन को भी वापस लेना था। लेकिन किन कारणों से ऐसा नहीं किया गया । मामले का पता लगाएंगे। शासन के निर्देशानुसार बर्खास्त सभी 11 शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेंगे। वेतन भी रिकवर करेंगे।

 

मेरे कार्यकाल का नहीं..पता लगाएंगे

 

जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने बताया कि प्रकरण उनके समय का नहीं है। हां 11 लोगों को फर्जीवाड़ा के आरोप में छानबीन के बाद बर्खास्त किया गया है। नियमानुसार फर्जी शपथ देने पर सभी के खिलाफ एफआईआर का आदेश है।साथ ही दिए गए वेतन को रिकवर किया जाना है। जल्द ही मामले को संज्ञान में लेकर उचित कार्रवाई करेंगे।

 

अवैध वसूली का लग रहा आरोप

 

नाम नहीं छापने की शर्त पर विभाग के कुछ कर्मचारियों ने बताया कि बर्खास्त शिक्षकों को एफआईआर से बचाने के लिए जमकर वसूली हो रही है। विभाग के ही लोग चार लोगों से मोटी रकम लेकर बर्खास्त शिक्षकों को बचाने चाहते हैं। वसूली करने वाले अब परेशान है कि कार्रवाई होने पर उन पर भी गाज गिरेगी जिन्होने बचने के लिए रकम दिया है। फिलहाल ठण्डे बस्ते में पड़ा मामला फिर गरम हो गया है। देखने वुाली बात होगी क्या शिक्षा विभाग शासन के आदेश को मानता है। या फिर पूरे प्रकरण को पूर्ण वसूली के बाद ढण्डे बस्ते में डाल देता है।

Director & chief

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