उत्तर प्रदेश

Anoop Chaudhary News: किसके दम पर अनूप चौधरी ने फैला रखा था ठगी का जाल? यूपी STF ने किए बड़े खुलासे…..

उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (STF) ने लोगों से करोड़ों रुपये ठगने और रेलवे का वरिष्ठ अधिकारी बन सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.

STF द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, आरोपी अनूप चौधरी को मंगलवार की रात अयोध्या के जिला सर्किट हाउस में प्रवेश करते समय गिरफ्तार कर लिया गया . बयान के मुताबिक, उसकी सुरक्षा में उत्तर प्रदेश पुलिस का एक जवान तैनात था, जो गिरफ्तारी के समय उसकी एसयूवी कार में उसके साथ सवार था.

 

STF ने बताया कि आरोपी चौधरी नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों का प्रचार-प्रसार करने के नाम पर देश के विभिन्न शहरों का दौरा कर सरकारी सुविधाओं का लाभ प्राप्त करता था.

 

बयान में कहा गया है, ‘अयोध्या निवासी चौधरी खुद के रेल मंत्रालय का सदस्य होने का झूठा दावा करके सरकार से काम दिलाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करता था और उसे इस आरोप में गिरफ्तार किया गया है. अब तक वह करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी कर चुका है.”

 पूछताछ में चौधरी ने किए खुलासे

बयान के अनुसार पूछताछ के दौरान चौधरी ने बताया कि वह क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (उत्तर रेलवे) एवं भारतीय खाद्य निगम( खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण उपभोक्ता मंत्रालय) का अशासकीय सदस्य है तथा वह वैशाली ( गाजियाबाद) में रहता है.

 

STF ने बताया कि जिस कार में चौधरी सवार था, उसमें गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में तैनात हेड कांस्टेबल पवन कुमार भी मौजूद था. कांस्टेबल ने बताया कि उन्हें चौधरी के सुरक्षा कर्मी के रूप में तैनात किया गया था.

 श्रीनिवास नराला को भी काम पर रखा

STF ने यह भी पाया कि चौधरी सरकारी अधिकारियों को कोई पत्र जारी करने के लिए अधिकृत नहीं है. STF के अनुसार, चौधरी ने अपने विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) के रूप में कार्य करने के लिए श्रीनिवास नराला नामक व्यक्ति को भी काम पर रखा था.

 

STF ने कहा, ‘वह नराला को फर्जी लेटरहेड पर सरकारी अधिकारियों को पत्र भेजने और अपनी यात्रा के लिए आधिकारिक प्रोटोकॉल मांगने के लिए कहता था.’

 

चौधरी ने STF को बताया कि उसने उत्तर प्रदेश के इटावा और तमिलनाडु के चेन्नई की अपनी हालिया यात्राओं के दौरान आधिकारिक प्रोटोकॉल का लाभ उठाया.

 गिरफ्तारी के बाद चौधरी की बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.

 

कार में एक अन्य व्यक्ति भी मिला

चौधरी के नाम पर एक वेबसाइट भी है जिसमें उसे पूर्णकालिक राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता और ‘भारत सरकार के सदस्य के रूप में कार्य करने वाले’ के साथ-साथ ‘उत्तर प्रदेश सरकार का पूर्व सदस्य’ बताया गया है.

 

बयान के अनुसार, STF के अधिकारियों को कार में एक अन्य व्यक्ति भी मिला, जिसने अपनी पहचान लखनऊ निवासी सतेंद्र वर्मा के रूप में बताई.

वर्मा ने STF को बताया कि हाल ही में उसकी मुलाकात चौधरी से हुई थी. वर्मा ने कहा, ‘अनूप चौधरी ने मुझसे अयोध्या में विभिन्न तीर्थ स्थलों के हेलीकॉप्टर के माध्यम से दर्शन कराने के लिए एक कंपनी बनाने के विचार पर चर्चा की. उसने मुझसे अयोध्या दर्शन के लिए आने और उसके साथ शामिल होने के लिए कहा. तो मैं उसके साथ लखनऊ से यहां आ गया.”

 

STF ने कहा कि चौधरी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ-साथ राजस्थान और उत्तराखंड में गबन, धोखाधड़ी और साजिश के कुल नौ मामले दर्ज हैं.

 

इसमें कहा गया कि उत्तराखंड पुलिस ने चौधरी की गिरफ्तारी के लिए 15,000 रुपये का इनाम घोषित किया था और उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था.

STF ने चौधरी के चालक फिरोज आलम के पास से फर्जी आधार कार्ड बरामद होने के बाद उसे भी गिरफ्तार कर लिया. STF ने अयोध्या कैंट थाने में भादस की संबंधित धाराओं के तहत चौधरी और उसके चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

Rishi Tyagi

हमारा न्यूज़ चैनल से जुड़ने के लिए संपर्क करें 9458745571

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!